
हरियाली तीज 2025 दान: करें इन शुभ वस्तुओं का दान, मिलेगी शिव कृपा और बढ़ेगा सुख-सौभाग्य
हरियाली तीज, सावन मास में आने वाला एक अत्यंत पवित्र व्रत है जिसे विशेष रूप से महिलाओं द्वारा श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। वर्ष 2025 में हरियाली तीज रविवार, 27 जुलाई को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है और उनके प्रति समर्पण भाव से व्रत रखा जाता है।
व्रत और पूजन के साथ यदि इस दिन विशेष वस्तुओं का दान किया जाए, तो उसका पुण्यफल कई गुना बढ़ जाता है। सनातन धर्म में दान को सबसे पुण्यदायक और कल्याणकारी कर्म बताया गया है। हरियाली तीज के दिन दान करने से जीवन की परेशानियां दूर होती हैं और सुख-समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।
आइए जानते हैं कि हरियाली तीज 2025 के दिन किन वस्तुओं का दान करना शुभ माना गया है और उसके पीछे क्या आध्यात्मिक महत्व है।
हरियाली तीज पर दान का महत्व
दान का अर्थ केवल वस्तु देना नहीं होता, बल्कि यह एक आध्यात्मिक अभ्यास है जो अहंकार का त्याग, कर्म शुद्धि और ईश्वरीय कृपा की प्राप्ति का माध्यम बनता है। जब दान विशुद्ध श्रद्धा और सेवा भाव से किया जाता है, तब वह कर्मों का क्षय करता है और मन, परिवार, और समाज में शुभता लाता है।
हरियाली तीज के दिन पूजन के बाद की गई दान क्रिया को महादेव और देवी पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
हरियाली तीज 2025 के शुभ दान – वस्तु और फल
नीचे उन वस्तुओं की सूची दी गई है जिन्हें हरियाली तीज के दिन दान करना विशेष फलदायी माना गया है:
1. भौतिक सुख-सुविधा के लिए – शुक्र ग्रह से संबंधित वस्तुएं
दान करें:
- चावल
- आटा
- चीनी
- नमक
- सफेद वस्त्र
फल:
शुक्र ग्रह प्रेम, ऐश्वर्य और भौतिक सुखों का कारक है। इन वस्तुओं का दान करने से जीवन में आराम, वैवाहिक सुख, और सौंदर्य का विकास होता है।
2. मनचाही इच्छाओं की पूर्ति के लिए – चंद्र देव से संबंधित वस्तुएं
दान करें:
- दूध
- दही
- पोहा
- चीनी
फल:
चंद्रमा मन, भावना और इच्छा का प्रतीक है। इन वस्तुओं का दान करने से मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन, और इच्छाओं की पूर्ति में सहायता मिलती है।
3. कर्मों से राहत और न्याय हेतु – शनिदेव से संबंधित वस्तुएं
दान करें:
- काले तिल
- उड़द की दाल
- छाता
- चमड़े के जूते-चप्पल
फल:
शनि देव न्याय और कर्मफल के देवता हैं। उनके नाम पर दान करने से कष्टों में कमी, कर्म शुद्धि, और शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
4. घर की सुख-शांति के लिए – बृहस्पति ग्रह से संबंधित वस्तुएं
दान करें:
- चने की दाल
- बेसन
- केला, पपीता
- पीले वस्त्र
फल:
बृहस्पति ज्ञान, धर्म और सुख-शांति के प्रतीक हैं। इनका दान करने से पारिवारिक सुख, बुद्धि, और धार्मिक उन्नति होती है।
5. व्यापार और आय वृद्धि के लिए – हरे रंग की वस्तुएं
दान करें:
- साबुत मूंग
- हरी सब्जियां
- हरे फल जैसे अमरूद, अंगूर आदि
फल:
बुध ग्रह व्यापार, वाणी और बुद्धिमत्ता का कारक है। हरे रंग की वस्तुएं दान करने से व्यवसाय में वृद्धि, वाणी में मिठास, और सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त होती है।
दान करने के नियम
- दान का समय: पूजा और व्रत समाप्त होने के बाद दान करना शुभ माना जाता है।
- भाव का महत्व: दान हमेशा निःस्वार्थ, सच्चे भाव, और शुद्ध मन से करें।
- साधन अनुसार दान: अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार ही दान करें। दान की गुणवत्ता उसके मूल्य से नहीं, भाव से आंकी जाती है।
- किसे दें: ब्राह्मणों, व्रती महिलाओं, मंदिर के पुजारियों या जरूरतमंदों को दान दें।
हरियाली तीज पर दान की आध्यात्मिक शक्ति
हरियाली तीज केवल एक पर्व नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है जो स्त्रियों को धैर्य, भक्ति, और आत्मबल का प्रतीक बनाती है। दान इस साधना को पूर्ण करता है और साधक को ईश्वर से जोड़ता है।
दान न केवल पापों से मुक्ति दिलाता है, बल्कि धर्म, अर्थ और मोक्ष की ओर भी प्रेरित करता है।
संक्षेप – हरियाली तीज पर क्या दान करें
उद्देश्य | दान की वस्तुएं | संबंधित ग्रह |
---|---|---|
भौतिक सुख | चावल, चीनी, सफेद वस्त्र | शुक्र |
इच्छाओं की पूर्ति | दूध, दही, पोहा | चंद्र |
कष्टों से मुक्ति | काले तिल, जूते, छाता | शनि |
पारिवारिक सुख | पीले वस्त्र, बेसन, केला | बृहस्पति |
व्यवसायिक उन्नति | हरी मूंग, सब्जियां, फल | बुध |
अस्वीकरण
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