परिचय
हिंदू धर्म में विवाह केवल दो व्यक्तियों का मिलन नहीं, बल्कि दो आत्माओं और परिवारों का पवित्र संस्कार है। प्रत्येक वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार कुछ विशिष्ट तिथियाँ और मुहूर्त अत्यंत शुभ माने जाते हैं।
नवम्बर 2025 में विवाह के कई शुभ अवसर उपलब्ध हैं, जिनमें ग्रहों की स्थिति, नक्षत्रों का मेल, और तिथि की अनुकूलता विशेष रूप से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाने वाली मानी गई है।
यदि आप वर्ष 2025 में विवाह की योजना बना रहे हैं, तो आइए जानते हैं नवम्बर 2025 के सभी शुभ विवाह मुहूर्त, उनके समय, नक्षत्र और विशेष ज्योतिषीय महत्व।
नवम्बर 2025 के शुभ विवाह मुहूर्त (Auspicious Wedding Dates)
🗓️ 2 नवम्बर 2025, रविवार
- मुहूर्त: रात 11:11 बजे से सुबह 6:23 बजे (3 नवम्बर) तक
- नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद
- तिथि: द्वादशी, त्रयोदशी
- विशेषता: यह रात का शुभ मुहूर्त नवदंपत्तियों के लिए दीर्घायु और स्थायी दांपत्य जीवन का सूचक है।
🗓️ 3 नवम्बर 2025, सोमवार
- मुहूर्त: सुबह 6:23 बजे से शाम 7:40 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद, रेवती
- तिथि: त्रयोदशी
- विशेषता: सोमवार का दिन भगवान शिव से जुड़ा है, जो विवाह के देवता माने जाते हैं। यह तिथि शिव-पार्वती के आशीर्वाद के लिए विशेष मानी जाती है।
🗓️ 8 नवम्बर 2025, शनिवार
- मुहूर्त: सुबह 7:32 बजे से रात 10:02 बजे तक
- नक्षत्र: मृगशिरा
- तिथि: चतुर्थी
- विशेषता: शनिवार को विवाह करने से गृहस्थ जीवन में स्थिरता और दृढ़ता आती है। यह दिन सामाजिक समृद्धि और पारिवारिक समर्पण का प्रतीक है।
🗓️ 12 नवम्बर 2025, बुधवार
- मुहूर्त: रात 12:51 बजे से सुबह 6:30 बजे (13 नवम्बर) तक
- नक्षत्र: मघा
- तिथि: नवमी
- विशेषता: यह रात्रिकालीन मुहूर्त विवाह बंधन को दीर्घायु बनाता है। मघा नक्षत्र में किए गए शुभ कार्य राजयोग का फल देते हैं।
🗓️ 13 नवम्बर 2025, गुरुवार
- मुहूर्त: सुबह 6:30 बजे से शाम 7:38 बजे तक
- नक्षत्र: मघा
- तिथि: नवमी
- विशेषता: गुरुवार का दिन देवगुरु बृहस्पति का है, जो ज्ञान, समृद्धि और दांपत्य सौभाग्य के कारक हैं।
🗓️ 16 नवम्बर 2025, रविवार
- मुहूर्त: सुबह 6:47 बजे से रात 2:11 बजे (17 नवम्बर) तक
- नक्षत्र: हस्त
- तिथि: द्वादशी
- विशेषता: हस्त नक्षत्र को शुभता का प्रतीक माना गया है। इस दिन विवाह करने से परिवार में सौहार्द और आर्थिक समृद्धि आती है।
🗓️ 17 नवम्बर 2025, सोमवार
- मुहूर्त: सुबह 5:01 बजे से सुबह 6:34 बजे (18 नवम्बर) तक
- नक्षत्र: स्वाती
- तिथि: त्रयोदशी
- विशेषता: स्वाती नक्षत्र विवाह के लिए उत्तम माना गया है। इस दिन का विवाह बंधन मधुरता और स्थिरता प्रदान करता है।
🗓️ 18 नवम्बर 2025, मंगलवार
- मुहूर्त: सुबह 6:34 बजे से सुबह 7:12 बजे तक
- नक्षत्र: स्वाती
- तिथि: चतुर्दशी, त्रयोदशी
- विशेषता: यह छोटा किंतु अत्यंत शुभ मुहूर्त है। प्रातःकाल में संपन्न विवाह को मंगल ग्रह की ऊर्जा से बल मिलता है।
🗓️ 21 नवम्बर 2025, शुक्रवार
- मुहूर्त: सुबह 10:44 बजे से दोपहर 1:56 बजे तक
- नक्षत्र: अनुराधा
- तिथि: प्रतिपदा
- विशेषता: शुक्रवार का दिन प्रेम और वैवाहिक सुख का प्रतीक है। इस दिन विवाह करने से दंपति में आकर्षण और सौहार्द बना रहता है।
🗓️ 22 नवम्बर 2025, शनिवार
- मुहूर्त: रात 11:27 बजे से सुबह 6:38 बजे (23 नवम्बर) तक
- नक्षत्र: मूल
- तिथि: तृतीया
- विशेषता: यह रात्रिकालीन मुहूर्त विवाह एवं गृहप्रवेश दोनों के लिए शुभ है।
🗓️ 23 नवम्बर 2025, रविवार
- मुहूर्त: सुबह 6:38 बजे से दोपहर 12:09 बजे तक
- नक्षत्र: मूल
- तिथि: तृतीया
- विशेषता: रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। इस दिन विवाह करने से आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और जीवन में प्रकाश का संचार होता है।
🗓️ 25 नवम्बर 2025, मंगलवार
- मुहूर्त: दोपहर 12:50 बजे से रात 11:57 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तराषाढा
- तिथि: पंचमी, षष्ठी
- विशेषता: यह मुहूर्त लंबी आयु और स्थायी संबंधों का कारक है। उत्तराषाढा नक्षत्र में विवाह करना अत्यंत फलदायी माना गया है।
🗓️ 30 नवम्बर 2025, रविवार
- मुहूर्त: सुबह 7:12 बजे से सुबह 6:44 बजे (1 दिसम्बर) तक
- नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद, रेवती
- तिथि: दशमी, एकादशी
- विशेषता: यह माह का अंतिम और अत्यंत शुभ विवाह मुहूर्त है। रात और प्रातः दोनों समय में विवाह संपन्न किया जा सकता है।
विवाह मुहूर्त क्यों महत्वपूर्ण है?
भारतीय ज्योतिष में मुहूर्त का चयन विवाह से पहले सबसे प्रमुख चरण होता है।
एक सही मुहूर्त —
- दांपत्य जीवन में सामंजस्य,
- आर्थिक स्थिरता,
- और संतान सुख को बढ़ाता है।
विवाह के समय ग्रहों की अनुकूल स्थिति नवविवाहित जोड़े को सकारात्मक ऊर्जा और दीर्घकालीन सुख प्रदान करती है।
निष्कर्ष
नवम्बर 2025 में कुल 13 शुभ विवाह मुहूर्त उपलब्ध हैं —
इनमें 2, 3, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 नवम्बर प्रमुख हैं।
जो भी दंपति इस अवधि में विवाह की योजना बना रहे हैं, वे ज्योतिषी की सलाह लेकर इनमें से किसी उपयुक्त मुहूर्त का चयन कर सकते हैं।



